बदायूं जिले के उझानी नगर में बिल्सी रोड पर स्थित अवैध आशा नर्सिंग होम को शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग ने दोबारा सील कर दिया।
25 दिसंबर को प्रसव के दौरान एक महिला की मौत के बाद यह नर्सिंग होम सील किया गया था। लेकिन हाल ही में यह नर्सिंग होम फिर से खुल गया, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
स्वास्थ्य विभाग को जानकारी मिलते ही उझानी एमओआईसी डॉ. राजकुमार गंगवार और बदायूं से नोडल अधिकारी मौके पर पहुंचे और आवश्यक कार्रवाई करते हुए अस्पताल को फिर से सील कर दिया।
घटना के बारे में बताते चलें कि अद्दौली गांव के निवासी राधे श्याम अपनी गर्भवती पत्नी ज्योति को पहले एक निजी अस्पताल ले गए थे। वहां से मना करने पर वे आशा नर्सिंग होम पहुंचे, जहां डिलीवरी के लिए ऑपरेशन की सलाह दी गई। ऑपरेशन के दौरान ज्योति की हालत बिगड़ गई और उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई।
इस घटना के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) ने तत्काल कार्रवाई कर नर्सिंग होम को सील कर दिया था। लेकिन शुक्रवार को यह नर्सिंग होम दोबारा खुला पाया गया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम जब मौके पर पहुंची, तो अस्पताल संचालक ने स्वास्थ्य अधिकारियों पर चाबियां लौटाने का आरोप लगाया। संचालक का कहना था कि अधिकारियों के पास अस्पताल की चाबियां थीं, फिर यह उनके पास कैसे पहुंचीं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने स्पष्ट किया कि अवैध रूप से अस्पताल खोलने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यदि नर्सिंग होम दोबारा खुला पाया गया, तो संचालक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया
“हमने नोडल अधिकारी और उझानी एमओआईसी को मौके पर भेजकर अस्पताल को फिर से सील करा दिया है। भविष्य में अगर नर्सिंग होम अवैध रूप से खुला पाया गया, तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”