उझानी। नगर के समीपवर्ती क्षेत्र के गांव वनगवां में संचालित सत्योदय शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज में पिछले 7 दिन से समर कैंप में चल रहा था जिसमें नन्हे मुन्ने प्रतिभाशाली बच्चों ने विभिन्न प्रकार की क्रियाकलाप द्वारा कुछ प्रैक्टिकल नॉलेज प्राप्त कर रहे थे।
आज समापन दिवस पर ए आई तथा रोबोटिक्स के आगरा से आमंत्रित अध्यापक अजीत चौहान ने बच्चों को एक ऐसे रोबोट का निर्माण करवाया जो झाड़ू एवं पोछा लगाने के कार्य को बखूबी कर सकता है। जिसे एक बार ऑन करने के बाद किसी प्रकार की कमांड नहीं देनी है उसके सेंसर स्वयं ही दिशा बदलते हैं देखते हैं और सफाई स्वच्छता के कार्य पर लग जाता है। बच्चो से गांव के एक अंधे व्यक्ति के लिए ब्लाइंड सपोर्ट स्टिक का भी निर्माण किया जिसमें पैरासोनिक आई लगी है उसके एक मीटर आगे कुछ भी आते ही वह बोल उठता है जिससे अंधे व्यक्ति अपने दिशा को बदल सकता है पिछले 6 दिनों में सूर्य नमस्कार आसन भ्रामरी प्राणायाम तथा माइंड पावर बढ़ाने के लिए अन्य कई अद्भुत प्रयोग भी सिखाए गए।
बदायूं से आमंत्रित शिक्षिका खुशबू साहू ने ब्यूटी पार्लर से संबंधित कई ब्यूटी टिप्स बच्चों को सिखाए हेयर कटिंग, थ्रेडिंग , फेशियल आदि आदि करना सिखाया। बच्चों द्वारा आर्ट एवं क्राफ्टिंग के सुंदर नमूने तैयार किए गए, कार्यक्रम में स्टोरी टेलिंग एवं पब्लिक स्पीकिंग का प्रशिक्षण हुआ जिसकी प्रतियोगिता में अक्षरा मिश्रा प्रथम रजत शाक्य द्वितीय राधिका ,अभी चौहान तथा अंशुमान मिश्रा तृतीय स्थान पर रहे विभिन्न प्रकार के खेलकूद एवं रेंडम क्वेश्चंस प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। समर कैंप में बच्चों ने प्रतिदिन मौज मस्ती भरे विभिन्न प्रकार के खेल कूद सीखे और किए।
इस कार्यक्रम में इस कार्यक्रम में अजीत चौहान, तुलसी तोमर प्रदीप चौहान आराधना सिंह विजेंद्र सिंह आदि का विशेष सहयोग रहा प्रबंधक सत्येंद्र चौहान सजग ने विजय प्रतिभागियों को पुरुस्कृत किया सहयोगी अध्यापकों को प्रोत्साहन राशि लिफाफा देकर प्रोत्साहित किया और सभी का हृदय से आभार व्यक्त किया। समापन दिवस के अवसर पर अभिभावक एवं गणमान्य नागरिक , कुंवर पाल सिंह चौहान वेदपाल सिंह सोलंकी, सोनू उर्फ संजीव सागर, विजेंद्र सिंह सोलंकी, टीकम सिंह, सत्यवीर सिंह सुधीश सिंह, देवेंद्र शर्मा वीरपाल, हरबंस सिंह, हरीश सोलंकी, सत्यवीर सिंह आदि इस मौके पर उपस्थित रहे। प्रवन्धक सत्येन्द्र सिंह चौहान ने सभी का आभार व्यक्त किया |