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उत्तर प्रदेश आंगनवाड़ी श्रमिक संघ एटक के द्वारा आंगनवाडी कार्यत्रियों के शोषण पर व एजुकेटर की नियुक्ति पर अनिश्चितकालीन धरना

बदायूं- 3 सितंबर मंगलवार को उत्तर प्रदेश आंगनवाड़ी श्रमिक संघ एटक के द्वारा आंगनवाडी कार्यत्रियों के शोषण पर व एजुकेटर की नियुक्ति पर प्रदेश सरकार और प्रशासन के खिलाफ हुंकार भरी अनिश्चितकालीन धरना शुरू सुबह से ही मालवीय आवास गृह में सैकड़ो की संख्या में आंगनवाड़ी एकत्र होना शुरू हो गई जिला अध्यक्ष मिथिलेश कुमारी जिला उपाध्यक्ष ममता भदौरिया व सुधा उपाध्याय के कुशल नेतृत्व में आज मालवीय आवास गृह पर प्रदेश सरकार के खिलाफ हुंकार भरते हुए कहा प्रदेश भर में आंगनबाड़ी बहनें एक जुट है उन्होंने कहा जिस तरह बदायूं में आसफपुर ब्लॉक में नीलम सक्सेना व अंबियापुर ब्लॉक की सुधा उपाध्याय के साथ बाल विभाग के आला अफसर ने झूठा आश्वासन देकर उनके साथ नाइंसाफी की है जिलाध्यक्ष मिथलेश कुमारी ने कहा जिले में जिस तरह आंगनवाड़ी बहनों के साथ अधिकारी सलूक कर रहे हैं यह महिलाओं का घोर अपमान है उन्होंने कहा मानदेय रोक कर उन पर जुल्म किया जा रहा है आखिर इतनी बड़ी सजा महीना बाद पैसा मिलता है और उसे भी रोक दिया जाता है एक आंगनवाड़ी कितना काम करती है यह शायद सरकार की सोच से बाहर है इसीलिए महिलाओं पर सरकार व प्रशासन जुलम कर रहा है इतने कम मानदेय कोई भी मजदूर काम नहीं करेगा उनके परिश्रम को सरकार अनदेखी कर रही है कई विभागों का काम लिया जा रहा है यह महिलाओं का घोर अपमान है इस अवसर पर वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष ममता भदौरिया ने कहा उत्तर प्रदेश सरकार जिस तरह प्री प्राइमरी एजुकेशन की ट्रेनिंग आंगनबाड़ी बहनों को कराई और उसे पद का लाभ एजुकेटर नियुक्ति करके दूसरे लोगों को दिया जाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा पूरे प्रदेश में बिगुल बज चुका है प्रदेश सरकार महिलाओं पर रहम करें|

किसान नेता राजेश कुमार सक्सेना महिलाओं के इस अनिश्चितकालीन आंदोलन पहुंचे उन्होंने कहा जुलम सहाना भी जुल्मी से काम नहीं होता आखिर क्या वजह है इतना शोषित होने के बावजूद भी आपकी आवाज दबी हुई है जो लोग अपनी आवाज नहीं उठाते हैं वह लोग जिंदा नहीं होते जुल्म की आवाज उठानी पड़ेगी आंदोलन करना मौलिक अधिकार संवैधानिक अधिकार हमें प्राप्त है लोकतांत्रिक सिद्धांतों से शांतिपूर्वक आंदोलन करें एजुकेटर व्यवस्था के खिलाफ आवाज को बुलंद करें उन्होंने कहा यह महिलाएं गांव की गरीब मजदूर मजबूर महिलाएं हैं पढ़ी-लिखी नारियों के साथ इतना जुल्म किया जा रहा है मजदूरों से कम उन्हें मानदेय दिया जा रहा है पहले ही दिन इतनी बड़ी संख्या में आप लोगों ने आकर यह सिद्ध कर दिया आंदोलन मजबूत होगा इस अवसर पर आंदोलन का मजबूत करने के लिए बृजेश महेश्वरी सुषमा गंगवार रामरति शुकरानी प्रेमलता चौहान शशि वाला शांति गुप्ता नीतू यादव मंजू नेहा पाठक रीना राय अनीता गुप्ता सुनीता गीता आर्य सबीना बी अनुराग सक्सैना अंजुम भी अच्छी भी आदि आंगनबाड़ियों ने अपने विचार व्यक्त किए आंगनबाड़ियों का वर्ष 2016 में भी 3 सितंबर को ही मालवीय आवास में धरना शुरू हुआ था जो धरना 3 अक्टूबर 2016 को एक महाबाद खत्म हुआ था आज वर्ष 2016 की तर्ज पर फिर से बदायूं में मालवीय आवास गृह में नजारे दिखाई दिए वर्ष 2016 में हजारों की संख्या में पूरा मालवीय आवास भर देती थी आंगनबाड़ी बहनें आज फिर से वर्ष 2016 की यादें ताजी हो गई संख्या देखकर प्रशासन में मची खलबली तेज धूप भीषण गर्मी में भी डटी रही आंगनबाड़ी बहनें कल के लिए ज्यादा संख्या में पूरे जनपद से आएंगी आंगनबाड़ी बहनें अनिश्चितकालीन धरना शुरु हो गया |

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