गांव बुटला दौलत में दो माह पहले गौशाला खुली थी। स्थानीय धीरेन्द्र कुमार का कहना है कि दो दिन से गाँव में बिजली न होने की वजह गौशाला का सबमर्सिबल नही चला, पानी न मिलने से तीन गायों की मौत हो गयी। आरोप है कि गांव के प्रधान जोगराज शाक्य ने उन्हें दफनाने की बजाए आधी रात में जंगल में डलवा दिया। वहीं मंगलवार को धीरेन्द्र ने इस सम्बन्ध में बीडीओ से लिखित शिकायत की।
धीरेन्द्र का कहना है कि दो दिन से गौवंश को कुत्ते नोच रहे हैं लेकिन कोई सुध लेने को तैयार नहीं है। देर रात मृत गौवंश के फोटो भी वायरल हो गए तो हडकंप मच गया। मामले की जानकारी पर पशु चिकित्सा अधिकारी विवेक माहेश्वरी व सचिव शिखर गौड़ पहुँचे। यहां ग्रामीणों की मदद से शवों को जमीन में दफना दिया गया।
सचिव शिखर गौड़ ने बताया कि गौशाला की एक बुजुर्ग गाय की मौत हुई थी, अन्य दो गाय ग्रामीणों ने लाकर डाली हैं। फिलहाल तीनों को दफना दिया गया है। गौशाला में पानी की दिक्कत जैसी कोई समस्या नहीं है।
बही धीरेन्द्र कुमार का कहना कि मेने गौसाला में दो दिन पहले जाकर देखा था तभी तीन गौबंश को मौत हो चुकी थी और कई गौबंश के बच्चे तड़प रहे थे एक दिन पहले ही मेने सचिव को अबगत करा दिया था तब कही जाकर गाय को पानी की व्यवस्था कराई गयी |बही धीरेन्द्र ने बताया की मरी हुई गायो को रात के अंधेरे में बिना पंचनामा के बगेर मृत गोबंशो को खुले स्थान पर फेक दिया गया जिससे उनके शरीर को कुत्ते नौच रहे थे |