बदायूं। 472 लाख़ की लागत से बनने वाले आठ किलोमीटर लंबाई के बीटी सड़क का पुर्निर्माण हो रहा है। सड़क का निर्माण एक वर्ष से अधिक समय बाद भी पूरा नहीं हो सका है। यह सड़क उझानी वाईपास रिलायंस पैट्रोल पंप से बरायममयखेड़ा में बदायूं बिजनौर हाइवे को जोड़ती है। वर्षों से जर्जर पड़े इस मार्ग के केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत स्वीकृति दिलाई थी। जिसका टेंडर ठेकेदार कुलदीप दीक्षित के नाम हुआ है।
प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के तहत आठ किलोमीटर लंबाई के सड़क का पुर्निर्माण 472 लाख किया जा रहा है। 55 लाख रुपए वर्ष तक अनुरक्षण के लिए सुरक्षित किया गया है। जिसका निर्माण ठेकेदार को 19 मई 22 तक पूरा करना है। सड़क पुर्निर्माण की कछुआ चाल से समय से सड़क का निर्माण पूर हो पाना सवाल खडे कर रहा है। सड़क निर्माण के नाम पर आठ किलोमीटर दूरी में बिछे पत्थर राहगीरों को एक वर्ष से अधिक समय से मुसीबत बने हुए है। बाइकों सहित चार पहिया वाहनों के टायर खराब हो रहे हैं। वहीं मानकपुर रौली, जमरौली, बरसुआ, बरायमयखेड़ा, लऊआ कठौली, चंदऊ, सैजानगर, खुलैट आदि गांवों के किसान सड़क पर बिछे पत्थरों के कारण अपना अनाज बेचने उढानी मंडी नहीं आ पा रहे हैं। ग्रामीणों ने सड़क का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा न होने पर ग्रामीणों में रोष पनपा रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क पर पत्थर डालने के बाद कई बाद बजरपुर डाल कर रोलर चलाकर बजरपुर डाला जाता है। जिससे खुले पड़े पत्थरों से निकलना मुश्किल है। ऐसे में बाइक सवार अक्सर फि सलकर गिरकर घायल भी हो जाते हैं। सड़क पर डाली गई पत्थरों की लेयर पर डाले जा रहे बजरपुर में भी मानक का भी ख्याल नहीं रखा जा रहा है। जिससे सड़क बनने के बाद शीघ्र उखड़ने की आशंका है।