हमारे देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी लाख कोशिश कर लें सफाई व्यवस्था और गरीबो को आवास योजना दिलाने की, लेकिन सरकारी मशीनरी सरकारी योजनाओं का किस प्रकार मखौल उड़ाते हैं इसका अंदाजा वारयल आडियो से लगाया जा सकता है ! इन्ही लापरवाह और गैर जिम्मेदार अधिकारी और ग्राम प्रधान की इस लापरवाही से गरीबों के घर डूब जातें हैं . आपको बता दें मामला उत्तर प्रदेश के जिला बदायूँ की तहसील दातागंज के गांव रिजोला का है जहां अधिकारियों व ग्राम प्रधान की लापरवाही से गरीब आज घर से बेघर हो गए हैं, लेकिन सबसे बड़ी बात तो ये है पीड़ित राहुल ने ग्राम सचिव दिनेश कुमार को जब अपना दर्द सुनाया तो सचिव उस पर रौब झाड़ते हुए कहते हैं ये तो प्राकृतिक आपदा है इसमें हम क्या कर सकते हैं उधर किसी व्यक्ति ने इस ऑडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जिस से ग्राम विकास अधिकारी समेत प्रधान की फजीहत हो रही है वहीं पीड़ित राहुल ने बताया कि वह कई बार तालाब के पानी की व्यवस्था व सफाई कराने के लिए उच्चाधिकारियों से निवेदन कर चुका हैं लेकिन अभी तक कोई देखने तक भी नही आया है, वहीं पीड़ित की माँ ने बताया तालाब का पानी भर जाने से उनका कच्चा घर गिर गया है उसी में खाने का राशन व गेहूं 15 कुन्तल थे वह भी पानी की तेज धार में बह गए ! अब हमारे पास न तो रहने को घर है और न ही खाने को राशन वहीं आपको बता दें कि ग्राम प्रधान ने भी गरीबों की सुध नही ली ! ग्रामीणों की मानें तो ग्राम प्रधान गांव में झांकते ही नहीं ! आरोप है कि ग्राम प्रधान यादवेन्द्र का ग्रामीणों के प्रति रवैया भी ठीक नही है और वह यहां तक कहते हैं कि आप हमारे वोटर नही इसीलिए हम आपको कोई सुविधा नही दे सकते ! वहीं पीड़ित की माँ ने बताया हमने प्रधान यादवेंद्र से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास की मांग की तो उन्होंने मुझसे 20 से 50 हजार रुपए की मांग की धन्य हो प्रभु ऐसे प्रधान की, कैसे होगा इन गरीबों का भला भगवान ही जाने एक सवाल ये भी उन लापरवाह अधिकारियों से क्या तुम्हें ऑफिस में हवा खाने की सैलरी दी जाती जो तुम गांव में गरीबों की समस्या तक नही सुन सकते ।