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ललितपुर-नाबालिग से थाने में दरिंदगी,फरार इंस्पेक्टर प्रयागराज से गिरफ्तार

ललितपुर में पाली थाने के अंदर नाबालिग से रेप करने वाले इंस्पेक्टर तिलकधारी सरोज को प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया गया है। मंगलवार की रात मामले का खुलासा होने के बाद इंस्पेक्टर फरार हो गए थे। एडीजी के निर्देश पर झांसी के एसपी सिटी मामले की जांच कर रहे थे। इंस्पेक्टर के मोबाइल फोन की लोकेशन प्रयागराज में मिलने के बाद वहां की पुलिस को इसकी जानकारी दी गई थी।

बताया जाता थाने के अंदर हुई सनसनीखेज वारदात के बाद प्रदेश की राजनीति भी गरमा गई थी। विपक्ष ने योगी सरकार को निशाने पर ले लिया था। सपा प्रमुख अखिलेश यादव खुद ललितपुर पीड़िता से मिलने पहुंचे गए। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी सरकार पर हमला बोल दिया था।है कि अपनी गिरफ्तारी से बचने के प्रयास में ही कानूनी सलाह के लिए इंस्पेक्टर प्रयागराज भागा था।

इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी से पहले पीड़िता की मौसी समेत तीन आरोपितों को पुलिस ने बुधवार की सुबह गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूरे पाली थाने को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर भी किया गया है। : पाली थाना क्षेत्र की एक महिला ने एसपी से शिकायत की कि उसकी नाबालिग बेटी को पाली के चार लोग 22 अप्रैल को बहला कर भोपाल ले गये। उसे रेलवे स्टेशन के पास तीन दिन तक छिपाकर रखा और दुष्कर्म किया। 26 अप्रैल को चारों लड़की को वापस लाए और थाना पाली में छोड़ कर भाग गए।

पुलिस ने लड़की को उसकी मौसी के पास पहुंचा दिया। मौसी ने उसे ककड़ारी गांव भेज दिया, जहां दुराचार करने वाले एक युवक की बहन रहती है। 27 अप्रैल की सुबह किशोरी को थाने बुलाकर बयान दर्ज किया गया। शाम को मौसी उसे इंसपेक्टर के कमरे में ले गई। जहां इंस्पेक्टर ने भी उसके साथ रेप किया। रेप के बाद पुलिस ने उसे फिर मौसी को सौंप दिया गया।

बरामदगी या बयान की सूचना माता-पिता को नहीं दी गई। 30 अप्रैल को उसकी बेटी को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया गया। जहां काउंसिलिंग में उसने सारी घटना बताई। इसके बाद खलबली मच गई। एसपी ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। प्रभारी निरीक्षक पाली तिलकधारी सरोज व मौसी गुलाबबाई के साथ ही चन्दन, राजभान, हरिशंकर, महेन्द्र चौरसिया के खिलाफ अपहरण, गैगरेप, साजिश आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

 

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