जिले में बिजली की अघोषित कटौती से जहां हाहाकार मचा हुआ है वहीं खेतों में बिना सिंचाई फसल सूख रही है। सबसे ज्यादा असर मैंथा व मक्का की फसलों पर पड़ा। बिजली न मिल पाने से सूखते खेतों को देख किसानों में जिला प्रशासन व बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ जबरदस्त रोष है।
जिले भर में शड्यूल के हिसाब से बिजली आपूर्ति नहीं मिल पा रही है। गांव में 18 घंटे के शेडयूल है, पर तीन से चार घंटे तो कीं छह घंटे ही बिजली मिल पा रही है। जो आपूर्ति हो रही है उसमें ट्रिपिंग की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से ज्यादा दिक्कत का सामना किसानों को करना पड़ रहा है। बिजली की कटौती की वजह से सिंचाई नहीं हो पा रही है। जिससे खेत में खड़ी फसले सूख रही है। किसान रातभर खेतीहार में रहकर बिजली आने का इंतजार करता है। बावजूद आपूर्ति नहीं मिल पा रही।