उझानी बदायूं -उझानी के कछला गंगा घाट पर योगी के राज में मृत गौबंशो के शवो को कुत्ते नोच नोच कर खा रहे है और उसी जगह कई गौबंसिये कंकाल भी पडे है जिससे बहा दुर्गन्ध आ रही है और बहा पर रहने बालो का जीना दूभर हो गया |हद यहा तक हो गई बीती रात एक घायल गौबंश होने पर उसका इलाज करने की जगह घायल गौबंश को तड़पते हुए गंगा घाट पर छोड़ गये और घायल गौबंश ने रात किसी समय दम तोड़ दिया जिससे मृत गौबंश को कुत्ते नोच नोच कर खा रहे थे |
कछला गंगा घाट पर पिछले कुछ समय से गौबंश दम तोड़ रहे है जिसकी प्रशासन इन गौबशो की मौत के बारे में जानने की कोशिश कर रहा है न ही इन गौबंशो को सही तरीके से दफ़न किया जा रहा है कछला घाट के पास बन रहे शबदाग्रह के पीछे गंगा के गड्डो में पांच गौबश के शव पडे हुए है ,जिन्हे कुत्ते और जंगली जानवर नोच नौच कर खा रहे है |जिसके अलावा तीन गौबंश के कंकाल पडे हुए है |
कछला घाट पर रहने बाले निवासी राजेन्द्र शर्मा ने बताया की कई दिन से कछला नगर पंचायत की गाडी मृत गौबंशो के लेकर आती है और इसी जगह पर फेक जाती है |हमने इस काम को मना भी किया लेकिन नगर पंचायत के लोग हमारी सुनते नहीं है |जिस जगह पर गौबंश के कंकाल पडे है उससे महज कदम दूरी पर आबादी भी रहती है बही स्थानीय लोग कहते हुए नजर आये की जब तेज हबा चलती है उसके साथ बदबू इतनी आती है की रहना दूभर हो जाता है |
इलाज की जगह मरने को छोड़ा गौबंश को
जब बहा जाकर देखा तब स्थानीय व्यक्ति कल्लू ने बताया की शुक्रवार को एक गौबंश ट्रेन से टकरा गया था टक्कर लगने पर उस गौबंश के पैर टूट गये थे जिसे नगर पंचायत की ट्राली में लादकर शबदाग्रह के पीछे गड्डो में डाल गये थे और उन्होने बताया की घायल गौबंश को खाने के लिए हमने हरियाली घास भी डाली थी | रात किसी समय गौबंश ख़त्म हो गया जिसे आज कुत्ते नोच नोच कर खा रहे थे | अगर नगर पंचायत चाहता तो घायल गौबंश को बचाया जा सकता था | कछला नगर पंचायत की इस काम को लेकर लोगो में रोष है |
जब इस सम्बन्ध में एस डी एम सदर एसपी वर्मा से बात की तब उन्होने बताया किअभी तक यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है और इसकी जाँच करवाता हूँ |
बही पशु चिकित्सक विवेक माहेश्वरी ने बताया की गौबंश की मौत के बारे में मुझे कोई सूचना नहीं है जब मामला सामने आयेगा तब मौत की बजह पता की जायेगी |